हरिद्वार की गूंज
(कुलदीप सिंह) हरिद्वार। राज्य सरकार द्वारा उत्तराखंड राज्य में सभी गैर सरकारी (प्राइवेट) स्कूलों में NCERT की पुस्तकें अनिवार्य करने का सभी अभिभावकों ने स्वागत किया है।लेकिन प्राइवेट स्कूलों ने अभिभावको से पैसा वसूलने का नया फंडा बना दिया है। जिसके तहत हर बच्चे से....
लाइब्रेरी फीस=600
जनरेटर रखरखाव=600
जरनल रखरखाव=600
खेलकूद की फीस=1200
अगर स्कूल में 2000 बच्चे पढ़ते हो तो आप जोड़ लीजिए कितना होता है। पूरे / ₹60,00,000
यह सब 2018/19 में लागू हुआ है। 2017/18 में यह नहीं था। NCERT की पुस्तकें सस्ती होने से अभिभावकों ने राहत की सांस ली थी। लेकिन जिस तरह यह प्राइवेट स्कूल पैसा वसूलने का तरीका अपनाते हैं वह बिल्कुल नाजायज है। सरकार को इनके खिलाफ कुछ सख्त कानून निकालने चाहिए जिससे शिक्षा का बाजारीकरण ना हो।
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