HARIDWAR KI GUNJ
(अब्दुल सत्तार-वरिष्ठ सम्पादक) हरिद्वार। हरिद्वार धर्म नगरी ये वो स्थान है, जो विश्व मे अपनी सभ्यता, संस्कृति और धार्मिक एकता के लिए जाना जाता है, धर्म नगरी की चमक धमक से पूरा विश्व आलोकित है, इस साल के सावन का मेला यानी कावड मेला शुरू होने वाला है, और आने वाले शिव भक्तो के लिए जो कावड तैयार की गयी है, और हरिद्वार के चप्पे चप्पे पर बिकने के लिए रखी गयी है, वो हरिद्वार की हिन्दु मुस्लिम एकता की मिशाल है, जी हाँ शिव भक्तो द्वारा जो कावड हरिद्वार से उठाकर ले जायी जाती है, उसे बनाने वाले मुस्लिम परिवार ही है, तो अब मेला शुरू होने वाला ही है, और बारिश मे ही कावड मेला आता है, बारिश और आने वाले भक्तों की भीड से काफी अस्वच्छता फैलने की आंशका रहते है, तो हरिद्वार और उपनगरी ज्वालापुर के समस्त वासियो को साफ सफाई रखने के लिए शासन प्रशासन का सहयोग करने की आवश्यकता है, ताकि एक कदम स्वच्छता की ओर चलकर भारत को स्वच्छ बनाये।
(अब्दुल सत्तार-वरिष्ठ सम्पादक) हरिद्वार। हरिद्वार धर्म नगरी ये वो स्थान है, जो विश्व मे अपनी सभ्यता, संस्कृति और धार्मिक एकता के लिए जाना जाता है, धर्म नगरी की चमक धमक से पूरा विश्व आलोकित है, इस साल के सावन का मेला यानी कावड मेला शुरू होने वाला है, और आने वाले शिव भक्तो के लिए जो कावड तैयार की गयी है, और हरिद्वार के चप्पे चप्पे पर बिकने के लिए रखी गयी है, वो हरिद्वार की हिन्दु मुस्लिम एकता की मिशाल है, जी हाँ शिव भक्तो द्वारा जो कावड हरिद्वार से उठाकर ले जायी जाती है, उसे बनाने वाले मुस्लिम परिवार ही है, तो अब मेला शुरू होने वाला ही है, और बारिश मे ही कावड मेला आता है, बारिश और आने वाले भक्तों की भीड से काफी अस्वच्छता फैलने की आंशका रहते है, तो हरिद्वार और उपनगरी ज्वालापुर के समस्त वासियो को साफ सफाई रखने के लिए शासन प्रशासन का सहयोग करने की आवश्यकता है, ताकि एक कदम स्वच्छता की ओर चलकर भारत को स्वच्छ बनाये।
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