HARIDWAR KI GUNJ
(अब्दुल सत्तार-वरिष्ठ सम्पादक) हरिद्वार। हमारे देश भारत मे राजनेताओ की जुबान से और बड बोले पन से राजनीति का स्तर गिरता जा रहा है, राजनेता पहले भी थे, जिन्होंने देश व समाज की सेवा करते हुए अपना जीवन न्योछावर कर दिया, ये सब बाते हमारे देश का इतिहास बता रहा है, लेकिन आज के भारत के कुछ नेताओं की जबान काबू मे नही है, आज भारत के अन्दर कुछ नेताओं की बदजुबानी के कारण समाज मे मन मुटाव बढता जा रहा है, जो भारत की एकता, अखंडता और सम्प्रभुता के लिए खतरा है, विश्व के अन्दर भारत ही एक ऐसा देश है, जो अनेकता मे एकता के लिए जाना जाता है, लेकिन कुछ अराजक प्रवृत्ति के लोग हमारे देश की शान्ति और एकता को खत्म करना चाहते है, तथा लगातार देश की एकता को चोट पहुँचाने पूरी कोशिश करते हुए नजर आते है, लेकिन इस प्रवृत्ति के लोग ये नही जानते कि भारत वासी उन्ही पूर्वजों की संतानें है, जिन्होने देश की आजादी के लिए अंग्रेजों से लोहा लेकर भारत को आजादी दिलाई, फिर ये लोग कौन होते है, जो भारत की अखंडता, सम्प्रभुता और एकता को खत्म कर सके भारत एक था, एक है, और एक रहेंगा, भारत के वासियों को कोई भी नही तोड सकता है, और कोई भी इनके आपसी प्यार को खत्म नही कर सकता है, भारत के वासी इस प्रकार के लोगो की तरफ ध्यान नहीं देना चाहते है, अनेकता मे एकता की सोच सभी समुदायों को अपने मन मे रख कर आगे बढना है, तथा देश के विकास मे सहयोग करना है, इसी सोच के साथ सभी आगे बढे।
(अब्दुल सत्तार-वरिष्ठ सम्पादक) हरिद्वार। हमारे देश भारत मे राजनेताओ की जुबान से और बड बोले पन से राजनीति का स्तर गिरता जा रहा है, राजनेता पहले भी थे, जिन्होंने देश व समाज की सेवा करते हुए अपना जीवन न्योछावर कर दिया, ये सब बाते हमारे देश का इतिहास बता रहा है, लेकिन आज के भारत के कुछ नेताओं की जबान काबू मे नही है, आज भारत के अन्दर कुछ नेताओं की बदजुबानी के कारण समाज मे मन मुटाव बढता जा रहा है, जो भारत की एकता, अखंडता और सम्प्रभुता के लिए खतरा है, विश्व के अन्दर भारत ही एक ऐसा देश है, जो अनेकता मे एकता के लिए जाना जाता है, लेकिन कुछ अराजक प्रवृत्ति के लोग हमारे देश की शान्ति और एकता को खत्म करना चाहते है, तथा लगातार देश की एकता को चोट पहुँचाने पूरी कोशिश करते हुए नजर आते है, लेकिन इस प्रवृत्ति के लोग ये नही जानते कि भारत वासी उन्ही पूर्वजों की संतानें है, जिन्होने देश की आजादी के लिए अंग्रेजों से लोहा लेकर भारत को आजादी दिलाई, फिर ये लोग कौन होते है, जो भारत की अखंडता, सम्प्रभुता और एकता को खत्म कर सके भारत एक था, एक है, और एक रहेंगा, भारत के वासियों को कोई भी नही तोड सकता है, और कोई भी इनके आपसी प्यार को खत्म नही कर सकता है, भारत के वासी इस प्रकार के लोगो की तरफ ध्यान नहीं देना चाहते है, अनेकता मे एकता की सोच सभी समुदायों को अपने मन मे रख कर आगे बढना है, तथा देश के विकास मे सहयोग करना है, इसी सोच के साथ सभी आगे बढे।
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