हरिद्वार की गूंज (24*7)

(मोहम्मद आरिफ) हरिद्वार। जनकल्याण सेवा ट्रस्ट के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रदीप चौधरी किसी पहचान के मोहताज नहीं है। जिन्होंने अपने कुशल व्यवहार और मिलनसार स्वभाव से क्षेत्र की जनता के दिलों में अपनी अच्छी खासी जगह बना रखी है। इतना ही नहीं सामाजिक कार्य हो, या दीन दुखियों की गहनता के साथ समस्याओं को सुनना और उनका समाधान निकालना उनका अपना एक अद्भुत गहना है, वहीं निर्धन कन्याओं की शादी हो, या असमर्थ बच्चों की फीस जमा करने जैसे कार्यों में भी बढ़ चढ़कर हिस्सा लेना उनका शौक है।समाजसेवी प्रदीप चौधरी सर्व समाज के लोगों की धड़कनों में बसे होने के साथ-साथ एक कर्मठ, ईमानदार और अपने कर्तव्य के प्रति लगन शील व्यक्ति भी हैं। जिन्होंने कई वर्षों तक क्षेत्र की उन्नति में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया है। वही जनकल्याण सेवा ट्रस्ट के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रदीप चौधरी के द्वारा नि:स्वार्थ भाव से जरूरतमंदों की जो सेवा की जा रही है। वह बहुत ही सराहनीय है। उन्होंने बिना किसी प्रचार प्रसार के सैकड़ों जरूरतमंदों की सेवा की है। जो जनहित और सच्ची राष्ट्री भक्ति का उदाहरण है। उनके सरल स्वभाव और कुशल व्यवहार के गुणों का प्रभाव ही है। जो आज वरिष्ठ समाजसेवी प्रदीप चौधरी की हर समाज वर्ग के लोगों में अच्छी खासी पकड़ है। अपने मिलनसार स्वभाव से जानने पहचाने जाने वाले प्रदीप चौधरी ने जन-जन के दिलों में भी अपना घर बना रखा है। वह एक दयालु होने के साथ-साथ धार्मिक व्यक्ति भी है। उन्होंने श्री गुरु रविदास विश्व महापीठ को हरिद्वार के पूरनपुर साल्हापुर में 7 बीघा जमीन सेवा भाव के साथ दान की है। जो प्रदीप चौधरी के सेवा भाव का प्रमाण है। और अब बहादराबाद ब्लॉक क्षेत्रों में बड़े अस्तर से सरकारी जमीनों में हुई भ्रष्टाचारी का मुद्दा बड़े अस्तर से उठा रखा है। जिसको लेकर प्रदीप चौधरी ने उत्तराखंड के मुख्यमंत्री, राज्यपाल, प्रधानमंत्री और सीबीआई डायरेक्टर आदि से क्षेत्र सुमननगर, सलेमपुर, पुरणपूर साल्हापुर और रोशनाबाद में सिचाई विभाग, तहसील व चकबन्दी विभाग के कुछ कर्मचारियों द्वारा भू-माफियाओं के साथ सांठगांठ कर सरकारी जमीनों का फर्जी आंवटन और राजस्व अभिलेखों में फेरबदल कर करोड़ों रुपयों की धांधलेबाजी की जांच और दोषियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की गुहार लगा रखी है। वही प्रदीप चौधरी ने बताया कि बहादराबाद ब्लॉक के सुमननगर, सलेमपुर, पुरणपूर साल्हापुर और रोशनाबाद में बड़े पैमाने पर सरकारी भूमि में जालसाजी कर अवैध कब्जे कर रखे हैं। सरकारी भूमि में हुई धोखाधड़ी और बड़े फर्जीवाड़े में वर्तमान दर्जा मंत्री और चकबंदी पटवारी, तहसील कर्मचारी और सिंचाई विभाग लिफ्ट है। उन्होंने बताया कि ग्राम पुरणपूर साल्हापुर में स्थित राम जोड़ा 12 बीघा भूमि भी भ्रष्टाचारी चकबन्दी पटवारी की भेंट चढ़कर लगभग 4 बिघा रह गई है। और अब भ्रष्टाचारी के विरुद्ध में उड़ती आवाज को दबाने के लिए विधायक पर दबाव बनाकर मामले को मुझे रफा-दफा करने को कहा गया है। जिस करण मैंने विधायक प्रतिनिधि पद से इस्तीफा दिया है। उन्होंने बताया कि सरकारी जमीनों में हुई भ्रष्टाचारी की आवाज को दबाने के लिए मुझे जान से मारने की धमकी भी मिल चुकी है। और हमले भी किए जा चुके हैं। उनका साफ कहना है कि सरकारी जमीनों में भ्रष्टाचारी के खेल को उजागर करने के लिए वह उच्च स्तर तक जाएंगे। और यह बीड़ा लगातार जारी रहेगा जब तक दोषियों पर सख्त से सख्त कार्रवाई कानून द्वारा नहीं की जाती है। आखिर कार बार-बार शासन प्रशासन को अवगत कराने के बाद भी प्रदीप चौधरी की सुनवाई क्यों नहीं की जा रही है। क्या बहादराबाद ब्लॉक क्षेत्र की सरकारी भूमियों में बड़े अस्तर से भ्रष्टाचारी का खेल खेला गया। क्या सरकारी भूमि में भ्रष्टाचार के खेल में अधिकारियों और नकाबपोश नेताओं का चेहरा सामने आने के डर से जांच नहीं की जा रही है। यह भी अपने आप में बड़े सवाल है।

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