HARIDWAR KI GUNJ
(रजत चौहान) देहरादून। दिनाँक 13 जुलाई 2018 को द्वारा सिटी कंट्रोल रूम सूचना प्राप्त हुई कि एक गाड़ी हुंडई क्रेटा न0 UK07 BL 7502 रंग सफेद, जो कि कचहरी परिसर के पास हरिद्वार रोड से गायब हो गयी है, इस सूचना पर सिटी कंट्रोल द्वारा उक्त गाड़ी की तलाश हेतु सभी थाना/ चौकियों को सूचित किया गया तथा मोके पर प्रभारी निरीक्षक कोतवाली, व0उ0निरी0 व चौकी प्रभारी मय पुलिस बल के घटना स्थल पर पहुँचे यहां पर गाड़ी स्वामी श्री पंकज काला पुत्र श्री यू0डी0 काला नि0 राजेश्वर नगर , फेज 2 लेन न0 9 सहस्रधारा रोड, देहरादून भी मिले जिनसे गाड़ी के सम्बंध में जानकारी ली व निरीक्षण घटना स्थल किया गया, उक्त गाड़ी, स्वामी द्वारा अपनी गाड़ी नो पार्किंग जोन में सड़क किनारे पार्क की गई थी, तथा यहां पर लोगो तथा वाहनो की आवाजाही लगातार रहती है। वाहन के चोरी होने संबंधी तथ्य सही पाए जाने पर वाहन स्वामी श्री पंकज काला की चौकी धारा पर लिखित शिकायत पर उचित धाराओ में अभियोग पंजीकृत कर विवेचना प्रारम्भ की गई। चूंकि उक्त गाड़ी का दिन के समय सड़क सरेआम से चोरी होना, गंभीर प्रकृति का अपराध है, जिसको श्रीमान वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक महोदया द्वारा गंभीरता से लेते हुए, उक्त घटना के शीघ्र अति शीघ्र अनावरण हेतु श्रीमान पुलिस अधीक्षक नगर व co city महोदय के निकट पर्यवेक्षण में प्रभारी निरीक्षक कोतवाली के निर्देशन में, व0उप0 निरीक्षक के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया, टीम द्वारा त्वरित कार्यवाही करते हुए घटना स्थल के आस पास सीसीटीवी चेक किये गए, किन्तु घटना स्थल के आस पास कोई भी सीसीटीवी नही मिला, व आस पास के लोगो से भी गाड़ी खड़ी होने तथा चोरी होने के संबंध में पूछताछ की गई किन्तु किसी के द्वारा गाड़ी चोरी होते नही देखा गया। हुंडई गाड़ी के बारे में हुंडई कंपनी व अन्य मोटर मैकेनिक्स से बात की गई जिनके द्वारा बताया गया कि हुंडई की सभी गाड़िया इलेक्ट्रॉनिक है, यदि कोई व्यक्ति डुप्लीकेट चाबी बना भी लेता है तब भी उस गाड़ी को स्टार्ट नही कर सकते, उसके लिए गाड़ी की चाबी के अंदर एक चिप होती है जिसमे कोड होता है, उस कोड की मैचिंग गाड़ी की इलेक्ट्रॉनिक यूनिट ACM से होने पर ही गाड़ी स्टार्ट होती है, तथा यह कोड किसी को भी नही मिलता, और इसको यदि कोई प्राप्त करता भी हैं तो कंप्यूटर के माध्यम से कोड मिलान के लिए एक्सपर्ट को करीब 5 से 7 घंटे का समय लग जाता है। इस जानकारी से यह साफ हो गया कि उक्त गाड़ी को उसकी ही चाबी या किसी नज़दीकी व्यक्ति द्वारा कोड प्राप्त कर दूसरी चाबी बनाकर गाड़ी चोरी की गई हैं। इसके लिए वादी श्री पंकज काला से गहनता से गाड़ी की दोनों चाबियों के बारे में पूछताछ की गई तो उनके द्वारा बताया कि करीब 1 साल पहले उनकी गाड़ी की एक चाबी उनके आफिस के पास ही कही खो गयी थी, वह मिली नही तब से गाड़ी की दूसरी चाबी ही इस्तेमाल करते रहे, जहा चाबी गुम हुई थी वहा के आसपास के लोगो से जानकारी की गई तो, ज्ञात हुआ कि वादी के आफिस के पास ही एक व्यक्ति जिसका नाम धर्मेंद्र है, गाड़ी वाशिंग गैराज चलता है, तथा अक्सर वादी के देवभूमि प्रॉपर्टी आफिस में उसका आना जाना रहता है, जिस दिन चाबी गुम हुई थी वह भी आफिस के आस पास था, उक्त व्यक्ति के बारे में जानकारी की गई तो ज्ञात हुआ कि यह दिनाँक 13 जुलाई को हरिद्वार गया था, तथा उसी दिन वापस देहरादून आ गया, अगले दिन मेरठ व दिल्ली भी गया, अचानक से उक्त व्यक्ति की गतिविधियों में बदलाब आने के कारण इसकी तलाश प्रारम्भ की गई, उक्त व्यक्ति की तलाश हेतु पुलिस सूत्रो को अवगत कराया गया व sarvillance की भी मदद ली गयी। इसी क्रम में कल दिनाँक 17 जुलाई को टीम को पुलिस सूत्रों से सूचना मिली कि जिस क्रेटा गाड़ी और आदमी को आप तलाश कर रहे है, वह आज गाड़ी को बेचने के लिए मोहोंड की तरफ से मेरठ जाने वाला है, इस सूचना पर तुरंत टीम द्वारा सहारनपुर रोड पर सैल टैक्स बैरियर पर उक्त गाड़ी की चैकिंग की गई तो कुछ देर बाद ही एक गाड़ी क्रेटा वाइट कलर देहरादून की तरफ से आती दिखाई दी जिस पर HP नवम्बर प्लेट लगी है, जिसको बैरियर लगाकर रोका गया। चेक करने पर इस गाड़ी के चालक ने अपना नाम धर्मेंद्र बताया,जो गाड़ी के कागज नही दिखा सका, गाड़ी पर नवम्बर plate HP06 AD 9348 लगी है, इस गाड़ी का इंजिन व चेसिस नवम्बर चेक किया गया तो इंजिन व चेसिस नवम्बर उक्त चोरी गयी गाड़ी से मेल खाता है, सख्ती से पूछने पर अभियुक्त द्वारा चोरी की गाड़ी होना ही बताया गया, अभियुक्त को मय गाड़ी क्रेटा के गिरफ्तार किया गया,तथा गाड़ी पर फर्जी नवम्बर प्लेट लगाने के कारण धारा 420 ipc की बढ़ोत्तरी की गई। अभियुक्त को आज मान0 न्यायालय पेश किया जाएगा ।
*नाम पता अभियुक्त*
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धर्मेंद्र सिंह पुत्र बलविंद्र सिंह नि0 डांडा लखोड, आई टी पार्क , सहश्रधारा रोड , देहरादून। उम्र 38 वर्ष ।
मूल पता-h.no. 116E block ग्रेटर कैलाश जी के 1 नई दिल्ली ।
*बरामदगी का विवरण*
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*एक कार हुंडई क्रेटा न0 UK07 BL 7502{संबंधित मु0अ0स0 329/18 धारा 379/411/420 ipc}*
*कीमती करीब 14 लाख*
*विवरण पूछताछ अभियुक्त*
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पूछताछ पर अभियुक्त ने बताया की वह अपने परिवार के साथ दिल्ली से करीब 4 /5 वर्ष पहले देहरादून आ गया था, किराये पर मकान लेकर एक गैराज बनाया, उसमे गाड़ी धुलाई का काम करने लगा, तथा साथ मे ही प्रॉपर्टी डीलिंग का काम भी करने लगा, प्रॉपर्टी के काम मे करीब दो साल से घाटा होने के कारण कर्ज हो गया। अब से करीब एक साल पहले एक दिन श्री पंकज काला के प्रोपर्टी आफिस जो कि देवभूमि के नाम से है, के आगे इनकी जेब से गाड़ी की चाबी गिर गई थी जिसको अभियुक्त ने देख लिया और चोरी से उठाकर अपने पास रख ली, और तभी इसने योजना बनाई की इस गाड़ी को मौका मिलने पर चोरी करके बेच देगा, तभी से इस गाड़ी की चोरी की फिराक में था, अब पैसे की ज्यादा देनदारी होने पर गाड़ी चोरी की नीयत से दिनाँक 13 जुलाई को जब श्री पंकज काला अपनी आफिस से गाड़ी लेकर निकले तो उसका पीछा करते हुए आया, गाड़ी को कचहरी के पास हरिद्वार रोड के किनारे पार्क करके कचहरी चले गए, तभी अभियुक्त धर्मेंद्र ने मौका देखकर समय करीब 1 बजे दिन में अपने पास रखी गाड़ी की चाबी से गाड़ी स्टार्ट कर चोरी करके ले गया, तथा उसकी नवम्बर प्लेट बदलकर उस पर फर्जी नवम्बर प्लेट लगाकर ट्रांसपोर्ट नगर में ट्रकों की आड़ में खड़ी कर दी, और खुद हरिद्वार गाड़ी को बेचने की बात करने चला गया, हरिद्वार बात नही बन पाई तो यह वापस देहरादून आ गया, उसके बाद अगले दिन मेरठ व दिल्ली गाड़ी को बेचने की बात करने गया, और आज यह गाड़ी को बेचने के लिए मेरठ ले जा रहा था कि पकड़ा गया। अभियुक्त द्वारा अन्य चोरी के वाहन खरिदने व बेचने वालों के संबंध में महत्वपूर्ण जानकारी दी गयी है,प्राप्त तथ्यों का परीक्षण/विश्लेषण कर आवश्यक वैधानिक कार्यवाही की जाएगी।
*गठित टीम द्वारा उक्त संगीन प्रकृति के स्पेशल केस को बड़ी सूझ बूझ व टेक्निकल जानकारी उपलब्ध कर असली शातिर चोर तक पहुचकर चोरी गयी संपत्ति कार कीमत करीब 14 लाख रुपये की शत प्रतिशत बरामदगी घटना के 4 दिन के अंदर करने में सफलता प्राप्त की गई है, जिसकी उच्चाधिकारी गण व जनता व वादी द्वारा उक्त सराहनीय कार्य हेतु प्रसंशा की गई है एवम वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक महोदया द्वारा टीम को नगद 2500 रुपये का पारितोषिक प्रदान किया गया है।*
*पुलिस टीम*
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1-व0उप0निरी0/प्रभारी अशोक राठौड़
2-उ0निरी0 महावीर सजवाण
3-कानि0 लोकेंद्र सिंह, अरशद अली, मनोज यादव, विनोद, धर्मेंद्र।
साइबर सपोर्ट कानि0 प्रमोद, आशीष sog देहरादून।
*नोट-अभियुक्त के आपराधिक इतिहास की संबंधित थानों से जानकारी की जा रही है।*
(रजत चौहान) देहरादून। दिनाँक 13 जुलाई 2018 को द्वारा सिटी कंट्रोल रूम सूचना प्राप्त हुई कि एक गाड़ी हुंडई क्रेटा न0 UK07 BL 7502 रंग सफेद, जो कि कचहरी परिसर के पास हरिद्वार रोड से गायब हो गयी है, इस सूचना पर सिटी कंट्रोल द्वारा उक्त गाड़ी की तलाश हेतु सभी थाना/ चौकियों को सूचित किया गया तथा मोके पर प्रभारी निरीक्षक कोतवाली, व0उ0निरी0 व चौकी प्रभारी मय पुलिस बल के घटना स्थल पर पहुँचे यहां पर गाड़ी स्वामी श्री पंकज काला पुत्र श्री यू0डी0 काला नि0 राजेश्वर नगर , फेज 2 लेन न0 9 सहस्रधारा रोड, देहरादून भी मिले जिनसे गाड़ी के सम्बंध में जानकारी ली व निरीक्षण घटना स्थल किया गया, उक्त गाड़ी, स्वामी द्वारा अपनी गाड़ी नो पार्किंग जोन में सड़क किनारे पार्क की गई थी, तथा यहां पर लोगो तथा वाहनो की आवाजाही लगातार रहती है। वाहन के चोरी होने संबंधी तथ्य सही पाए जाने पर वाहन स्वामी श्री पंकज काला की चौकी धारा पर लिखित शिकायत पर उचित धाराओ में अभियोग पंजीकृत कर विवेचना प्रारम्भ की गई। चूंकि उक्त गाड़ी का दिन के समय सड़क सरेआम से चोरी होना, गंभीर प्रकृति का अपराध है, जिसको श्रीमान वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक महोदया द्वारा गंभीरता से लेते हुए, उक्त घटना के शीघ्र अति शीघ्र अनावरण हेतु श्रीमान पुलिस अधीक्षक नगर व co city महोदय के निकट पर्यवेक्षण में प्रभारी निरीक्षक कोतवाली के निर्देशन में, व0उप0 निरीक्षक के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया, टीम द्वारा त्वरित कार्यवाही करते हुए घटना स्थल के आस पास सीसीटीवी चेक किये गए, किन्तु घटना स्थल के आस पास कोई भी सीसीटीवी नही मिला, व आस पास के लोगो से भी गाड़ी खड़ी होने तथा चोरी होने के संबंध में पूछताछ की गई किन्तु किसी के द्वारा गाड़ी चोरी होते नही देखा गया। हुंडई गाड़ी के बारे में हुंडई कंपनी व अन्य मोटर मैकेनिक्स से बात की गई जिनके द्वारा बताया गया कि हुंडई की सभी गाड़िया इलेक्ट्रॉनिक है, यदि कोई व्यक्ति डुप्लीकेट चाबी बना भी लेता है तब भी उस गाड़ी को स्टार्ट नही कर सकते, उसके लिए गाड़ी की चाबी के अंदर एक चिप होती है जिसमे कोड होता है, उस कोड की मैचिंग गाड़ी की इलेक्ट्रॉनिक यूनिट ACM से होने पर ही गाड़ी स्टार्ट होती है, तथा यह कोड किसी को भी नही मिलता, और इसको यदि कोई प्राप्त करता भी हैं तो कंप्यूटर के माध्यम से कोड मिलान के लिए एक्सपर्ट को करीब 5 से 7 घंटे का समय लग जाता है। इस जानकारी से यह साफ हो गया कि उक्त गाड़ी को उसकी ही चाबी या किसी नज़दीकी व्यक्ति द्वारा कोड प्राप्त कर दूसरी चाबी बनाकर गाड़ी चोरी की गई हैं। इसके लिए वादी श्री पंकज काला से गहनता से गाड़ी की दोनों चाबियों के बारे में पूछताछ की गई तो उनके द्वारा बताया कि करीब 1 साल पहले उनकी गाड़ी की एक चाबी उनके आफिस के पास ही कही खो गयी थी, वह मिली नही तब से गाड़ी की दूसरी चाबी ही इस्तेमाल करते रहे, जहा चाबी गुम हुई थी वहा के आसपास के लोगो से जानकारी की गई तो, ज्ञात हुआ कि वादी के आफिस के पास ही एक व्यक्ति जिसका नाम धर्मेंद्र है, गाड़ी वाशिंग गैराज चलता है, तथा अक्सर वादी के देवभूमि प्रॉपर्टी आफिस में उसका आना जाना रहता है, जिस दिन चाबी गुम हुई थी वह भी आफिस के आस पास था, उक्त व्यक्ति के बारे में जानकारी की गई तो ज्ञात हुआ कि यह दिनाँक 13 जुलाई को हरिद्वार गया था, तथा उसी दिन वापस देहरादून आ गया, अगले दिन मेरठ व दिल्ली भी गया, अचानक से उक्त व्यक्ति की गतिविधियों में बदलाब आने के कारण इसकी तलाश प्रारम्भ की गई, उक्त व्यक्ति की तलाश हेतु पुलिस सूत्रो को अवगत कराया गया व sarvillance की भी मदद ली गयी। इसी क्रम में कल दिनाँक 17 जुलाई को टीम को पुलिस सूत्रों से सूचना मिली कि जिस क्रेटा गाड़ी और आदमी को आप तलाश कर रहे है, वह आज गाड़ी को बेचने के लिए मोहोंड की तरफ से मेरठ जाने वाला है, इस सूचना पर तुरंत टीम द्वारा सहारनपुर रोड पर सैल टैक्स बैरियर पर उक्त गाड़ी की चैकिंग की गई तो कुछ देर बाद ही एक गाड़ी क्रेटा वाइट कलर देहरादून की तरफ से आती दिखाई दी जिस पर HP नवम्बर प्लेट लगी है, जिसको बैरियर लगाकर रोका गया। चेक करने पर इस गाड़ी के चालक ने अपना नाम धर्मेंद्र बताया,जो गाड़ी के कागज नही दिखा सका, गाड़ी पर नवम्बर plate HP06 AD 9348 लगी है, इस गाड़ी का इंजिन व चेसिस नवम्बर चेक किया गया तो इंजिन व चेसिस नवम्बर उक्त चोरी गयी गाड़ी से मेल खाता है, सख्ती से पूछने पर अभियुक्त द्वारा चोरी की गाड़ी होना ही बताया गया, अभियुक्त को मय गाड़ी क्रेटा के गिरफ्तार किया गया,तथा गाड़ी पर फर्जी नवम्बर प्लेट लगाने के कारण धारा 420 ipc की बढ़ोत्तरी की गई। अभियुक्त को आज मान0 न्यायालय पेश किया जाएगा ।
*नाम पता अभियुक्त*
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धर्मेंद्र सिंह पुत्र बलविंद्र सिंह नि0 डांडा लखोड, आई टी पार्क , सहश्रधारा रोड , देहरादून। उम्र 38 वर्ष ।
मूल पता-h.no. 116E block ग्रेटर कैलाश जी के 1 नई दिल्ली ।
*बरामदगी का विवरण*
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*एक कार हुंडई क्रेटा न0 UK07 BL 7502{संबंधित मु0अ0स0 329/18 धारा 379/411/420 ipc}*
*कीमती करीब 14 लाख*
*विवरण पूछताछ अभियुक्त*
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पूछताछ पर अभियुक्त ने बताया की वह अपने परिवार के साथ दिल्ली से करीब 4 /5 वर्ष पहले देहरादून आ गया था, किराये पर मकान लेकर एक गैराज बनाया, उसमे गाड़ी धुलाई का काम करने लगा, तथा साथ मे ही प्रॉपर्टी डीलिंग का काम भी करने लगा, प्रॉपर्टी के काम मे करीब दो साल से घाटा होने के कारण कर्ज हो गया। अब से करीब एक साल पहले एक दिन श्री पंकज काला के प्रोपर्टी आफिस जो कि देवभूमि के नाम से है, के आगे इनकी जेब से गाड़ी की चाबी गिर गई थी जिसको अभियुक्त ने देख लिया और चोरी से उठाकर अपने पास रख ली, और तभी इसने योजना बनाई की इस गाड़ी को मौका मिलने पर चोरी करके बेच देगा, तभी से इस गाड़ी की चोरी की फिराक में था, अब पैसे की ज्यादा देनदारी होने पर गाड़ी चोरी की नीयत से दिनाँक 13 जुलाई को जब श्री पंकज काला अपनी आफिस से गाड़ी लेकर निकले तो उसका पीछा करते हुए आया, गाड़ी को कचहरी के पास हरिद्वार रोड के किनारे पार्क करके कचहरी चले गए, तभी अभियुक्त धर्मेंद्र ने मौका देखकर समय करीब 1 बजे दिन में अपने पास रखी गाड़ी की चाबी से गाड़ी स्टार्ट कर चोरी करके ले गया, तथा उसकी नवम्बर प्लेट बदलकर उस पर फर्जी नवम्बर प्लेट लगाकर ट्रांसपोर्ट नगर में ट्रकों की आड़ में खड़ी कर दी, और खुद हरिद्वार गाड़ी को बेचने की बात करने चला गया, हरिद्वार बात नही बन पाई तो यह वापस देहरादून आ गया, उसके बाद अगले दिन मेरठ व दिल्ली गाड़ी को बेचने की बात करने गया, और आज यह गाड़ी को बेचने के लिए मेरठ ले जा रहा था कि पकड़ा गया। अभियुक्त द्वारा अन्य चोरी के वाहन खरिदने व बेचने वालों के संबंध में महत्वपूर्ण जानकारी दी गयी है,प्राप्त तथ्यों का परीक्षण/विश्लेषण कर आवश्यक वैधानिक कार्यवाही की जाएगी।
*गठित टीम द्वारा उक्त संगीन प्रकृति के स्पेशल केस को बड़ी सूझ बूझ व टेक्निकल जानकारी उपलब्ध कर असली शातिर चोर तक पहुचकर चोरी गयी संपत्ति कार कीमत करीब 14 लाख रुपये की शत प्रतिशत बरामदगी घटना के 4 दिन के अंदर करने में सफलता प्राप्त की गई है, जिसकी उच्चाधिकारी गण व जनता व वादी द्वारा उक्त सराहनीय कार्य हेतु प्रसंशा की गई है एवम वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक महोदया द्वारा टीम को नगद 2500 रुपये का पारितोषिक प्रदान किया गया है।*
*पुलिस टीम*
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1-व0उप0निरी0/प्रभारी अशोक राठौड़
2-उ0निरी0 महावीर सजवाण
3-कानि0 लोकेंद्र सिंह, अरशद अली, मनोज यादव, विनोद, धर्मेंद्र।
साइबर सपोर्ट कानि0 प्रमोद, आशीष sog देहरादून।
*नोट-अभियुक्त के आपराधिक इतिहास की संबंधित थानों से जानकारी की जा रही है।*
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