HARIDWAR KI GUNJ
(गगन शर्मा) हरिद्वार।
प्रेमनगर आश्रम पुल पर इन दिनों छोटे छोटे बच्चे पुल से तैरने के लिए कूदते है। इन बच्चों के अभिभावक ग़रीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले होते हैं। काफी संख्या में ये बच्चे पुल पर अटखेलियां करते रहते हैं, मस्ती में सड़क पार करते समय दाय बाय भी नही देखते जिसके कारण वाहन चालको को भारी असुविधा होती है। कई बार तो चोटिल होने पर ये लड़के इक्कठे होकर वाहन चालक से भिड़ जाते है। आवारा किस्म के होने के कारण ये मस्ती में एक दूसरे को अश्लील गाली देते समय महिलाओं का भी लिहाज नही करते। आज दोपहर में 100 नम्बर पर कॉल करके जब उन्हें घटना की जानकारी दी तो कांस्टेबल जितेंद्र आये वहाँ संदिग्ध घूमने वाले लड़के पुलिस को देखते ही रफूचक्कर हो गए। इससे पुर्व भी पुलिस द्वारा पुल से कूदने वाले लड़को को चेतावनी दी थी। स्कूल, कॉलेज और ट्यूशन के नाम पर घर से निकलने वाली युवतियों को यहाँ प्रेम मिलाप करते देखा जाता है। पुलिस के अलावा अभिभावकों को भी चाहिए कि वो अपने बच्चों पर विश्वास करे मगर अंधविश्वास नहीं।
(गगन शर्मा) हरिद्वार।
प्रेमनगर आश्रम पुल पर इन दिनों छोटे छोटे बच्चे पुल से तैरने के लिए कूदते है। इन बच्चों के अभिभावक ग़रीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले होते हैं। काफी संख्या में ये बच्चे पुल पर अटखेलियां करते रहते हैं, मस्ती में सड़क पार करते समय दाय बाय भी नही देखते जिसके कारण वाहन चालको को भारी असुविधा होती है। कई बार तो चोटिल होने पर ये लड़के इक्कठे होकर वाहन चालक से भिड़ जाते है। आवारा किस्म के होने के कारण ये मस्ती में एक दूसरे को अश्लील गाली देते समय महिलाओं का भी लिहाज नही करते। आज दोपहर में 100 नम्बर पर कॉल करके जब उन्हें घटना की जानकारी दी तो कांस्टेबल जितेंद्र आये वहाँ संदिग्ध घूमने वाले लड़के पुलिस को देखते ही रफूचक्कर हो गए। इससे पुर्व भी पुलिस द्वारा पुल से कूदने वाले लड़को को चेतावनी दी थी। स्कूल, कॉलेज और ट्यूशन के नाम पर घर से निकलने वाली युवतियों को यहाँ प्रेम मिलाप करते देखा जाता है। पुलिस के अलावा अभिभावकों को भी चाहिए कि वो अपने बच्चों पर विश्वास करे मगर अंधविश्वास नहीं।
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