हरिद्वार की गूंज
(गगन शर्मा) हरिद्वार। आज शाम हरिद्वार में उत्तराखंड के राज्यपाल और मुख्यमंत्री का आगमन हुवा। जिसके लिए मुख्य राजमार्ग पर यातायात व्यवस्था बनाने में पुलिस के पसीने छूटे। शाम के 6 बजे जब अधिकांश जनता ड्यूटी से थक हार कर अपने अपने घर जाती हैं तो उन्हें वी आई पी के कारण सड़क पर असुविधा का सामना करना पड़ा। सबसे बड़ी असुविधा अक्सर एम्बुलेंस को होती हैं। जिसमे अक्सर मरीज जीवन और मौत के बीच संघर्ष कर रहा होता है। यातायात रोकने के बीच अक्सर जनता पुलिस वालों से भिड़ जाती है। वो इस बात को भो नही देखती कि पुलिस प्रशासन जनता की सेवाओं के लिए ही सड़को पर धूप, बारिस में खड़ी रहती है। इसी भीड़ में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत के बार बार आकर यातायात व्यवस्था खराब होने से जो जनता को असुविधा का सामना करना पड़ता है उसके लिए जनता में त्रिवेंद्र रावत के प्रति काफी आक्रोश भी था। भीड़ में से प्रदीप चौहान का कहना था कि मुख्यमंत्री के बार बार हरिद्वार आने के बावजूद सड़को का बुरा हाल है।
(गगन शर्मा) हरिद्वार। आज शाम हरिद्वार में उत्तराखंड के राज्यपाल और मुख्यमंत्री का आगमन हुवा। जिसके लिए मुख्य राजमार्ग पर यातायात व्यवस्था बनाने में पुलिस के पसीने छूटे। शाम के 6 बजे जब अधिकांश जनता ड्यूटी से थक हार कर अपने अपने घर जाती हैं तो उन्हें वी आई पी के कारण सड़क पर असुविधा का सामना करना पड़ा। सबसे बड़ी असुविधा अक्सर एम्बुलेंस को होती हैं। जिसमे अक्सर मरीज जीवन और मौत के बीच संघर्ष कर रहा होता है। यातायात रोकने के बीच अक्सर जनता पुलिस वालों से भिड़ जाती है। वो इस बात को भो नही देखती कि पुलिस प्रशासन जनता की सेवाओं के लिए ही सड़को पर धूप, बारिस में खड़ी रहती है। इसी भीड़ में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत के बार बार आकर यातायात व्यवस्था खराब होने से जो जनता को असुविधा का सामना करना पड़ता है उसके लिए जनता में त्रिवेंद्र रावत के प्रति काफी आक्रोश भी था। भीड़ में से प्रदीप चौहान का कहना था कि मुख्यमंत्री के बार बार हरिद्वार आने के बावजूद सड़को का बुरा हाल है।
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